Gold price approaches Rs 1 lakh mark: भारतीय बाजार में सोने ने एक नया इतिहास रच दिया है! 24 कैरेट सोना प्रति 10 ग्राम 98,500 रुपये के स्तर को छू चुका है, जबकि 22 कैरेट सोना 90,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले कुछ हफ्तों में सोना 1 लाख रुपये का आंकड़ा पार कर सकता है। आइए जानते हैं कि आखिर किन वजहों से सोना लगातार महंगा हो रहा है और निवेशकों के लिए क्या है सही रणनीति।
सोने में भारी उछाल के 5 मुख्य कारण
1. वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता
- अमेरिका और यूरोप में मंदी की आशंका
- बैंकिंग संकट (जैसे SVB का पतन) ने बढ़ाई सुरक्षित निवेश की मांग
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में $2,400 प्रति औंस का स्तर
2. भारतीय रुपये की कमजोरी
- डॉलर के मुकाबले रुपया 83.50 के स्तर पर
- रुपये के गिरने से आयातित सोना और महंगा
3. सरकारी नीतियों का प्रभाव
- सोने पर आयात शुल्क 12.5% से बढ़ाकर 15% किया गया
- चांदी पर भी 15% आयात शुल्क लागू
4. विवाह सीजन में मांग बढ़ना
- जून-जुलाई में शादियों का पीक सीजन
- ज्वैलर्स की खरीदारी में 40% तक की वृद्धि
5. केंद्रीय बैंकों की बढ़ती खरीदारी
- RBI ने पिछले एक साल में 18 टन सोना खरीदा
- चीन, रूस और तुर्की भी बढ़ा रहे हैं सोने का भंडार
सोने में निवेश के 5 स्मार्ट तरीके
1. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB)
- सरकार द्वारा जारी सबसे सुरक्षित विकल्प
- 2.5% वार्षिक ब्याज + पूंजीगत लाभ पर टैक्स छूट
- 8 साल की अवधि (5वें वर्ष के बाद निकासी)
2. गोल्ड ETF (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड)
- डीमैट अकाउंट से आसान खरीद-बिक्री
- भौतिक सोने से कम लागत (नो मेकिंग चार्ज)
- SIP के जरिए निवेश की सुविधा
3. डिजिटल गोल्ड
- 1 ग्राम से निवेश शुरू करें
- PhonePe, Google Pay, Groww जैसे ऐप्स पर उपलब्ध
- कोई स्टोरेज चार्ज नहीं
4. गोल्ड म्यूचुअल फंड्स
- पेशेवर फंड मैनेजर्स द्वारा प्रबंधित
- SIP/लम्पसम दोनों विकल्प
- भौतिक सोने से बेहतर रिटर्न
5. भौतिक सोना (आभूषण/सिक्के/बिस्किट)
- BIS हॉलमार्क ज्वैलरी ही खरीदें
- मेकिंग चार्ज 10% से कम रखने की कोशिश करें
- सुरक्षित बैंक लॉकर में रखें
सोना खरीदते समय याद रखें ये 5 जरूरी बातें
- हॉलमार्किंग जरूर चेक करें
- 6 अंकों का BIS हॉलमार्क नंबर
- कैरेट और शुद्धता की पूरी जानकारी
- बिल में GST अलग से दिखे
- ज्वैलरी पर 3% GST
- कैश में खरीदारी से बचें
- मेकिंग चार्ज पर सौदेबाजी करें
- सामान्य रेंज: 8-16%
- डिस्काउंट के झांसे में न आएं
- रिटर्न/एक्सचेंज पॉलिसी पूछें
- कम से कम 30 दिन की वापसी की सुविधा
- ब्याज मुक्त EMI विकल्प
- इनवेस्टमेंट vs ज्वैलरी में अंतर समझें
- निवेश के लिए कोई डिजाइन नहीं
- ज्वैलरी में 25-30% प्रीमियम
सोने का भविष्य: क्या और बढ़ेगी कीमत?
विशेषज्ञों की राय
- मोतीलाल ओसवाल: “2024 के अंत तक 1,05,000 रुपये प्रति 10 ग्राम”
- वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल: “केंद्रीय बैंकों की मांग जारी रहेगी”
तकनीकी विश्लेषण (MCX गोल्ड)
- तत्काल प्रतिरोध: 1,00,000 रुपये
- समर्थन स्तर: 92,000 रुपये
निवेशकों के लिए सलाह
- DCA (डॉलर कॉस्ट एवरेजिंग) अपनाएं
- पोर्टफोलियो का 10-15% ही सोने में लगाएं
- लॉन्ग-टर्म (5+ वर्ष) के लिए निवेश करें
निष्कर्ष: सोना है सबसे भरोसेमंद निवेश
सोने की कीमतों में यह उछाल वैश्विक आर्थिक हालात और घरेलू मांग का नतीजा है। जबकि 1 लाख रुपये का स्तर मनोवैज्ञानिक रूप से महत्वपूर्ण है, समझदार निवेशक SGB और गोल्ड ETF जैसे विकल्पों को प्राथमिकता दें। याद रखें, सोना हमेशा से संकटकाल में सुरक्षा का प्रतीक रहा है।